Science & technology
हाल ही में अमेरिका की एक निजी कंपनी स्पेसएक्स जो अंतरिक्ष यान संबंधी कल पुर्जों का निर्माण करती है , दो अंतरिक्ष यात्रियों को सफलतापूर्वक इंटसनेशनल स्पेस स्टेशन में पहुचाया । ऐसा करने वाली दुनिया की पहली निजी कंपनी है ।
अमेरिका ,कनाडा,जापान के अंतरिक्ष एजेंसियों ने मिलकर एक स्पेस स्टेशन स्थापित किया है जिसका नाम इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन रखा गया है ।
इसके अलावा चीन ने तिंगुआगों -2 नाम का स्पेस स्टेशन स्थापित किया है किंतु यह वर्तमान में सक्रिय नहीं है ।
हमारे देश की अंतरिक्ष एजेंसीज इसरो ने 2029 तक स्पेस स्टेशन स्थापित करने का लक्ष्य तय किया है ।
हाल ही में अमेरिका की एक निजी कंपनी स्पेसएक्स जो अंतरिक्ष यान संबंधी कल पुर्जों का निर्माण करती है , दो अंतरिक्ष यात्रियों को सफलतापूर्वक इंटसनेशनल स्पेस स्टेशन में पहुचाया । ऐसा करने वाली दुनिया की पहली निजी कंपनी है ।
स्पेस स्टेशन क्या है :-
यह अंतरिक्ष में स्थापित एक शोधशाला होता है , जो पृथ्वी की निचली कक्षा में चक्कर लगाते हुए पृथ्वी की निगरानी रखी जा सकती है, साथ ही साथ पृथ्वी एवं अन्य पिंडो के बारे में जानकारी जुटा सकते है ।अमेरिका ,कनाडा,जापान के अंतरिक्ष एजेंसियों ने मिलकर एक स्पेस स्टेशन स्थापित किया है जिसका नाम इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन रखा गया है ।
इसके अलावा चीन ने तिंगुआगों -2 नाम का स्पेस स्टेशन स्थापित किया है किंतु यह वर्तमान में सक्रिय नहीं है ।
हमारे देश की अंतरिक्ष एजेंसीज इसरो ने 2029 तक स्पेस स्टेशन स्थापित करने का लक्ष्य तय किया है ।