छत्तीसगढ़ का सामान्य परिचय

0

छत्तीसगढ़ सामान्य परिचय

👉स्थापना -1 नवंबर 2000

छत्तीसगढ़ का नामकरण

छत्तीसगढ़ के नामकरण के ठोस प्रमाणिक स्रोत का अभाव है किंतु प्राचीन शिलालेखों और ताम्रपत्रों में छत्तीसगढ़ नाम उल्लेखित है।

👉प्राचीन काल में छत्तीसगढ़ को दक्षिण कोसल के नाम से जाना जाता था।

👉प्रसिद्ध पुरातत्ववेत्ता एलेग्जेंडर कनिंघम ने अपने पुरातत्विक रिपोर्ट आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया महाकौशल शब्द का प्रयोग किया है।

👉एलेग्जेंडर कनिंघम के सहयोगी बेगलर का मानना है कि राजा जरासंध के काल में 36 चर्मकारों के परिवार इस प्रदेश में आकर बसा जिसे छत्तीसघर कहा गया, जो कालांतर में छत्तीसगढ़ कहलाया

👉प्रमुख भारतीय इतिहासकार राय बहादुर हीरालाल ने छत्तीसगढ़ का प्राचीन नाम चेदिसगढ़ उल्लेख किया है उनका मानना था कि महाजनपद काल में यह प्रदेश चेदि राजाओं के नियंत्रण में था इसलिए इसका नाम चेदीसगढ़ पड़ा जो बाद में बिगड़ कर छत्तीसगढ़ बन गया।

👉कलचुरी शासनकाल में रतनपुर शाखा और रायपुर शाखा के अंतर्गत 18-18 गढ़ थे और ऐसा माना जाता है इन्हीं गुणों के आधार पर छत्तीसगढ़ नाम पड़ा।

👉रतनपुर के कवि गोपाल चंद्र मिश्र ने अपनी रचना खूब तमाशा के  7 वें छंद  में छत्तीसगढ़ नाम का उल्लेख 1686 में किया था।

👉रेवा राम ने अपने ग्रंथ विक्रम विलास में सन 1896 में गढ़ शब्द का प्रयोग किया।


  • छत्तीसगढ़ राज्य की राजधानी-  रायपुर
  • छत्तीसगढ़ राज्य का क्षेत्रफल 135194 वर्ग किलोमीटर भारत के कुल क्षेत्रफल का 4.11% ।  क्षेत्रफल की दृष्टि से दसवां बड़ा राज्य है ।
  • जनसंख्या - 2011 के जनगणना के अनुसार छत्तीसगढ़ राज्य की जनसंख्या 25540196 है ,जो भारत की जनसंख्या का 2.11% है जनसंख्या की दृष्टि से 16 वां राज्य है ।
  • उच्च न्यायालय छत्तीसगढ़ का उच्च न्यायालय बिलासपुर में है जो देश की 19 वा उच्च न्यायालय हैं।
  • राज्य का प्रमुख ध्येय वाक्य -सत्य तथा पारदर्शिता
  • राजकीय पशु- वन भैंसा
  •  राजकीय पक्षी- पहाड़ी मैना 
  • राजकीय वृक्ष- साल
  • प्रमुख भाषा- छत्तीसगढ़ी, हिंदी ,हल्बी और गोड़ी
  • वर्तमान में कुल जिले -28


अगला पेज >>

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.
Post a Comment (0)
To Top