किसी स्थान विशेष की वायुमंडलीय दशाओं -ताप,वर्षा एवं आर्द्रता में परिवर्तन अल्पकालिक अवस्था को मौसम कहते हैं,जबकि दीर्घकालिक मौसम की औसत अवस्था को जलवायु कहते हैं ।
छत्तीसगढ़ की जलवायु मुख्यतः उष्णकटिबंधीय मानसूनी जलवायु है। छत्तीसगढ़ की जलवायु उत्तर से लेकर दक्षिण तक काफी विविधता ग्रीष्म ऋतु में तापमान 45 डिग्री तक पहुंच जाता है, जबकि शीत ऋतु में 0 डिग्री से भी तापमान कम हो जाता है। यदि वर्षा की बात करें तो कुछ इलाके ऐसे हैं जहां वर्षा 200 सेंटीमीटर तक होती हैं जबकि कुछ क्षेत्रों में 50 सेंटीमीटर से भी कम वर्षा होती है ।
छत्तीसगढ़ की जलवायु को निर्धारित करने वाले कारक
अक्षांश रेखा :- अक्षांश रेखा सूर्य के किरणों के तापमान का वितरण बताता है, इसी की मदद से यह जान सकते हैं की कौन सा क्षेत्र गर्म ,ठंडा या दोनों होगा ।अक्षांश रेखा 23:30 अंश जिसे कर्क रेखा कहते हैं, छत्तीसगढ़ के कोरिया, सूरजपुर और बलरामपुर जिले से होकर गुजरती है। इस कारण इस रेखा के उत्तरी भाग उपोष्णकटिबंधीय जबकि दक्षिणी भाग उष्णकटिबंधीय होता है।
तापमान:- तापमान जलवायु को निर्धारित करने वाला प्रमुख घटकों में से एक हैं। छत्तीसगढ़ में तापमान का वितरण असमान है ।छत्तीसगढ़ का औसत वार्षिक तापमान 20 से 32 डिग्री होता है सर्वाधिक गर्म स्थान चांपा और रायगढ़ है जबकि सबसे अधिक ठंडा स्थान मैनपाट है ,जहां 0 से कम डिग्री का तापमान होता है।
वर्षा :- छत्तीसगढ़ में दक्षिण पश्चिम मानसून से वर्षा 15 जून के आस पास प्रवेश करती है । राज्य के कुल वर्षा का 90% भाग बंगाल की खाड़ी के मानसून से होता है शेष 10% अरब सागर के मानसून से होता है ।छग में औसत वर्षा 150 सेमी. के आस पास होती है ।
छग में वर्षा का वितरण
छग में वर्षा का वितरण असमान है । उत्तर पूर्वी पहाड़ी और बस्तर के पठार क्षेत्र में छग के मैदान को अपेक्षा अधिक वर्षा होती है ।
- 200 सेमी से अधिक वर्षा वाले क्षेत्र :- छग के दंतेवाड़ा,सुकमा,बीजापुर, नारायणपुर जिला के कुछ इलाके में 200 सेमी से अधिक वर्षा होती है ।छग के अबूझमाड़ की पहाड़ी में सर्वाधिक वर्षा होती है ।
- छग के 100-200 सेमी तक वर्षा वाले क्षेत्र :- जशपुर,बलरामपुर,सूरजपुर,सरगुजा,कोरिया,रायगढ़,जांजगीर चम्पा,कांकेर,बिलासपुर,मुंगेली,राजनंदगांव,कांकेर,धमतरी,गरियाबंद,कोंडागांव,बस्तर,सुकमा,बीजापुर,नारायणपुर ।
- 100सेमी से कम वर्षा वाले क्षेत्र :- छग के मैदानी इलाके के अधिकतर भाग में 100 सेमी से कम वर्षा होती है। जैसे कवर्धा,रायपुर,बलौदाबाजार,बालोद,दुर्ग,बेमेतरा,राजनंद गांव,धमतरी और गरियाबंद । छग के कवर्धा में सबसे न्यूनतम वर्षा होती है ।
![]() |
स्रोत :- मौसम विज्ञान विभाग,भारत सरकार |
छग के जलवायु का वर्गीकरण
छग के जलवायु को मुख्य रूप से तीन भाग में बाँट सकते है -
1. उष्णकटिबंधीय मानसून (Am) - छग के उस भाग में जहाँ तापमान अधिक और वर्षा सर्वाधिक होती है वहां इस प्रकार की जलवायु पाई जाती है । जैसे - दंतेवाड़ा के बैलाडीला की पहाड़ी इलाका ।
2.उष्णकटिबंधीय सवाना जलवायु(Aw) :- उस भाग में जहाँ तापमान अधिक किन्तु वर्षा 100 सेमी से भी कम होती है । जैसे - छग का मैदानी इलाका ।
3.उपोष्णकटिबंधीय मानसूनी जलवायु(Cwa) :- जहाँ ग्रीष्म ऋतु गर्म और शीत ऋतु हल्की एवं शुष्क हो वहां इस प्रकार की जलवायु पाई जाती है ।जैसे छग के उत्तर पूर्वी पहाड़ी इलाक़ा ।
![]() |
स्रोत:- भारत मौसम विज्ञान विभाग,भारत सरकार |
छग की ऋतुऐं
छग की ऋतुओं को मुख्य रूप से तीन भाग में बाँट सकते है -
1. ग्रीष्म ऋतु -16 फ़रवरी से 15 जून तक
2.वर्षा ऋतु - 16 जून से 15 अक्टूबर तक3. शीत ऋतु - 16 अक्टूबर से 15 फ़रवरी तक
स्मरणीय तथ्य :-
👉 छग में औसत वर्षा 120-150 सेमी
👉 सवार्धिक वर्षा - अबूझमाड़ की पहाड़ी और न्यूनतम - कवर्धा 👉छग में वर्षा - दक्षिण पश्चिम मानसून से
👉छग के कुल वर्षा का 90% बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पश्चिम मानसून से और शेष अरब सागर से ।
👉छग की जलवायु उष्णकटिबंधीय मानसूनी जलवायु है ।
👉छग की औसत तापमान 20 से 32 डिग्री है ।
👉सर्वाधिक गर्म स्थान - चम्पा और न्यूनतम तापमान - मैनपाट