भारत की मृदा का वर्गीकरण
- जलोढ़ मिटटी
- काली/रेगूर मिटटी
- लाल पीली मिटटी
- लैटेराईट मिटटी
- मरुस्थलीय या शुष्क मिटटी
- लवणीय /रेह/कल्लर मिटटी
- पीट एवं दलदली मिटटी
- नदियों के द्वारा लाई गई अवसादों के जमा होने से बनी मिटटी को जलोढ़ मिटटी कहा जाता है .
- भारत के कुल क्षेत्रफल के 40% भाग पर जलोढ़ मिटटी पाई जाती है .
- यह दो प्रकार की होती है - 1. बांगर - यह नदियों के द्वारा लाई गई अवसादों की पुरानी मिटटी है .2.खादर - यह नदियों के द्वारा लाई गई नई मिटटी होती है जो बांगर के अपेक्षा ज्यादा उपजाऊ होती है .
काली/रेगुर मिटटी
- इसे रेगर या कपास वाली मिटटी कहा जाता है .
- ज्वालामुखी उद्गार के कारण लावा के जमने से बनी मिटटी को काली मिटटी कहा जाता है .
- इसकी जल धारण क्षमता अधिक होती है .
- यह मिटटी मुख्यतः दक्कन के पठार में पाई जाती है .
- यह महाराष्ट्र ,गुजरात , आन्ध्र प्रदेश में इस मिटटी का विस्तार है .
- मुख्यतः मध्य भारत एवं दक्षिण के कुछ भागों में इसका विस्तार है .
- लोहे की उपस्थिति के कारण लाल होता है .
- धान की फसल के लिए उपयुक्त .
- इसे भाठा या मुरमी मिटटी भी कहा जाता है .
- पर्वतीय इलाकों में मुख्यतः पाई जाती है .
- अधिक वर्षा के कारण खनिज पदार्थ के नीचे चले जाने से बनी मिटटी को लेटेराईट मिटटी कहा जाता है .
- बगानी की फसल अच्छी होती है .
- यह उन क्षेत्रों में पाई जाती है जहाँ वर्षा बहुत कम होती है जैसे थार के मरुस्थल .
- इसमें नमक की मात्र अधिक होती है .
- अधिक सिंचाई के कारण बनी मिटटी को लवणीय /रेह/कल्लर मिटटी कहा जाता है .
- ज्यदातर इसका विस्तार उत्तर भारत में है .
- पीट या दलदली मिटटी नदियों के डेल्टाई क्षेत्र में पाई जाती है .
- सुंदरवन का डेल्टा इसका उदहारण है .
मिटटी का नाम | प्रमुख क्षेत्र |
जलोढ़ मिटटी | उत्तरी भारत (सिन्धु ,गंगा ,ब्रम्हपुत्र का मैदान ,तटीय क्षेत्र ) |
काली मिटटी | दक्कन का पठार (सर्वाधिक महाराष्ट्र) |
लाल पीली मिटटी | प्रायद्वीपीय पठार |
लैटेराइट मिटटी | कर्नाटक,केरल |
मरुस्थलीय या शुष्क मिटटी | हिमालय पर्वतीय क्षेत्र ,प्रायद्वीपीय भारत ,पश्चिमी राजस्थान |
लवणीय/रेह/कल्लर | प. गुजरात ,सुन्दर वन ,डेल्टा क्षेत्र |
पीट एवं दलदली मिटटी | तटीय क्षेत्र (सुंदरवन में सर्वाधिक ) |
याद रखने वाली महत्वपूर्ण बातें -
- भारत की सर्वाधिक महत्वपूर्ण मिटटी - जलोढ़ मिटटी
- क्षेत्रफल के आधार पर अवरोही क्रम - जलोढ़ ,लालपीली ,काली ,लैटेराइट
- कपास की खेती के लिए सर्वोत्तम मिटटी - काली मिटटी
- काली मिटटी का स्थानीय नाम - रेगुर मिटटी