छत्तीसगढ़ का मैदान
छत्तीसगढ़ के मैदान या महानदी बेसिन को छग का हृदय स्थल कहा जाता है ,छत्तीसगढ़ के मैदान को ही धान का कटोरा कहा जाता है क्योंकि सबसे अधिक धान का उत्पादन इसी मैदानी भाग में होता है ।यह मैदानी इलाका छत्तीसगढ़ के कुल क्षेत्रफल का 50% है ,जिसमें काफी घनी आबादी निवास करती है।
कोरबा, जांजगीर चांपा ,बिलासपुर, मुंगेली, रायगढ़ ,बलौदाबाजार, रायपुर ,गरियाबंद ,धमतरी ,कवर्धा ,बेमेतरा दुर्ग ,राजनांदगांव (मोहेला तहसील को छोड़कर )यह सभी जिले छत्तीसगढ़ के मैदान में शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ के मैदान को मुख्य रूप से दो भागों में बांटा जा सकता है-
1.मैदानी भाग :- छत्तीसगढ़ का यह मैदान पूर्व में -शिशुपाल ,पर्वत पश्चिम में -मैकल पर्वत श्रेणी ,उत्तर में -पेंड्रा लोरमी का पठार और छुरी उदयपुर मतीरिंगा पहाड़ी दक्षिण में /बस्तर के पठार से गिरा हुआ क्षेत्र है । यह मैदान अवसादी चट्टान से बना हुआ है।
2.सीमांत उच्च भूमि :-सीमांत उच्च भूमि को दो भागों में बांट सकते हैं -
👉पश्चिमी सीमांत उच्च भूमि जोकि मैकल पर्वत श्रेणी का हिस्सा है । यह राजनंदगांव और कवर्धा तक फैला हुआ है ।इसकी सबसे ऊंची चोटी बदरगढ़ है जिसकी ऊंचाई 1176 मी है ।
👉पूर्वी सीमांत उच्च भूमि में शिशुपाल पर्वत जो गरियाबंद , महासमुंद ,रायगढ़ तक फैली हुई है किस पर्वत की सबसे ऊंची चोटी धारी डोंगर है जिसके ऊंचाई 899 मीटर है
महानदी बेसिन या छग का मैदान की विशेषताएं :-
👉भूगर्भिक बनावट :-महानदी बेसिन का निर्माण कडप्पा चट्टान से हुआ है। कडप्पा चट्टान में चूना पत्थर संगमरमर जैसे खनिज पाई जाती हैं ।इसी कारण इस मैदानी भाग में ज्यादातर सीमेंट की फैक्ट्रियां है।
👉ढाल महानदी बेसिन की ढाल पूर्व की ओर है।
👉प्रमुख खनिज चूना पत्थर अन्य डोलोमाइट सोना।
👉अपवाह तंत्र छत्तीसगढ़ के मैदान में प्रमुख नदी महानदी है जिस की सहायक नदी शिवनाथ हसदेव और अन्य ज्यादातर नदियां महानदी में मिल जाती हैं अतः हम कह सकते हैं इस भाग के प्रमुख अपवाह तंत्र महानदी अपवाह तंत्र है।
👉मिट्टी छत्तीसगढ़ का मैदान या महानदी बेसिन मुख्यता लाल पीली मिट्टी पाई जाती है ,जिसमें धान का उत्पादन अधिक मात्रा में होता है ।इसके अलावा गेहूं का उत्पादन भी किया जाता है।
👉प्रमुख वनस्पति छत्तीसगढ़ का मैदान या महानदी बेसिन में मिश्रित वन पाया जाता है
इस टॉपिक को समझने के लिए यह वीडियो देख लें :-
Good initiative sir
ReplyDelete