यदि हम कंप्यूटर के विकास की बात करें तो हजारों साल पहले से ही इसका इतिहास प्रारंभ होता है।
अबेकस(abacus) का गणना यंत्र
- अबेकस ने एक ऐसा गाना यंत्र बनाया था जिसकी मदद से जोड़ घटाव गुणा भाग संबंधी कार्य किया जा सकता था यह एक मैकेनिकल डिवाइस था।
- इस डिवाइस में एक चौकोर आकार के फ्रेम में बहुत सारे तार लगे हुए रहते थे जिसमें गोल आकृति की गेंद लगी हुई रहती थी इन्हीं गेंद की मदद से गणना कार्य किया जाता था।
ब्लेज पास्कल का पास्कलाइन मशीन
- ब्लेज पास्कल ने 1645 ई में एक मेकेनिकल डिजिटल केलकुलेटर बनाया जिसे उन्होंने एडिंग मशीन नाम दिया था, इस मशीन की मदद से जोड़ -घटाव संबंधी कार्य आसानी के साथ किया जा सकता था।
- इस मशीन में दांतेदार युक्त चकरिया लगी हुई रहती थी, जिसमें 0 से 9 तक के अंक अंकित किए गए थे। प्रत्येक चकरी का एक स्थानीय मान होता था।
- ब्लेज पास्कल के एडिंग मशीन को पास्कलाइन कहा जाता है जो सबसे पहला मैकेनिकल कैलकुलेटिंग मशीन था।
- सन 1694 में जर्मन गणितज्ञ गार्ड फ्रेट बिल होम लोन लेबनीज ने पास्कलाइन मशीन में सुधार करके एक नई मशीन बनाई जिसे रेकनिंग मशीन नाम दिया। यह मशीन में जोड़ घटाव गुणा और भाग संबंधी कार्य आसानी के साथ किया जा सकता था।
जेकार्ड लूम
- जेकार्ड लूम एक बुनकर था जिसने एक ऐसा मशीन बनाया जिसकी मदद से कपडे का डिजाईन अपने आप बना देता था । कपडे के डिजाईन को एक छिद्रयुक्त पंचकार्ड पर आधारित था । इस मशीन के खोज ने कंप्यूटर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई ।
चार्ल्स बैबेज एवं उनकी मशीन
- सन 1822 ईस्वी में चार्ल्स बैबेज ने ब्रिटिश सरकार की मदद से भाप से चलने वाली एक मशीन बनाया, जिसका नाम डिफरेंस इंजन रखा गया था। इस मशीन में एक गियर और सॉफ्ट लगा हुआ था।
- सन 1833 में चार्ल्स बैबेज ने डिफरेंस इंजन को सुधार करके एक नई मशीन बनाई जिसका नाम एनालिटिकल इंजन था। यह पंच कार्ड ओं पर आधारित ऐसा मशीन था जो दिए गए निर्देशों को संग्रहित कर के इच्छित परिणाम प्रदर्शित करता था।
- इन दोनों मशीन की खोज के बाद चार्ल्स देवेश को कंप्यूटर का पितामह कहा जाने लगा।
ऐडा अगस्टा (ada augusta )
- ऐडा ऑगस्टा ने चार्ल्स बैबेज के बनाये गए मशीन के लिए प्रोग्राम तैयार किया । इसलिए उन्हें दुनिया की पहली प्रोग्रामर का ख़िताब मिला ।
- हरमन हॉलेरिथ ने 1869 ईस्वी के आसपास पंच कार्ड पर आधारित एक ऐसी मशीन बनाई जिसका नाम उन्होंने टेबुलेटिंग मशीन रखा। यह विद्युत से चलती थी।
- इसने पंच कार्ड मशीन बनाने के लिए एक कंपनी बनाई जिसका नाम टेबुलेटिंग मशीन कंपनी रखा।
- सन 1911 ईस्वी में इस कंपनी का नाम बदलकर कंप्यूटर टेबुलेटिंग रिकॉर्डिंग कंपनी नाम रखा।
- सन 1924 ईस्वी में पुनः इस का नाम बदलकर इंटरनेशनल बिजनेस मशीन नाम रखा।
डॉ. हॉवर्ड आईकेन एवं मार्क - 1
- डॉ हॉवर्ड आई केन एवं उनकी टीम ने ने सन 1944 ईसवी में एक मशीन बनाई थी जिसका नाम ऑटोमेटिक सीक्वेंस कंट्रोल केलकुलेटर रखा गया।
- यह दुनिया का पहला इलेक्ट्रो मैकेनिकल कंप्यूटर था ।
- बाद में इसी कंप्यूटर का नाम मार्क -1 पड़ा ।
एटनासॉफ् एवं बेरी क्लिफोर्ड - एबीसी कंप्यूटर
- एटनासॉफ् और क्लिपर्ड बेरी ने एक कंप्यूटर विकसित किया जिसका नाम एबीसी(ABC) रखा गया था।
- यह दुनिया का पहला इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर था।
जॉन विलियम मुचली एवं एनिएक कंप्यूटर
- जॉन विलियम मुचली ने सन 1945- 46 में एक कंप्यूटर बनाया जिसका नाम एनिएक(ENIAC) था ।
- ENIAC का पूरा नाम - electronic numeric integrator and computer था ।
- यह दुनिया का सबसे पहला सामान्य उद्देश्य का कंप्यूटर था।