भारत का बंदरगाह को मुख्य रूप से दो भागो में बांटा जा सकता है -
- पूर्वी तक के बंदरगाह - तमिलनाडु से पश्चिम बंगाल तक
- पश्चिमी तक के बन्दरगाह - गुजरात से केरल तक
पूर्वी तट के बंदरगाह
- चेन्नई बंदरगाह - यह तमिल नाडू में स्थित सबसे प्राचीन मानवनिर्मित बंदरगाह है .पेट्रोलियम आयत एवं चमड़े का निर्यात किया जाता है .
- तूतीकोरिन बंदरगाह - यह भी तमिलनाडु के मन्नार की खाड़ी में स्थित बंदरगाह है .मोतियों के निर्यात के लिए प्रसिद्ध है .
- एन्नोर - भारत का पहला निगमित बंदरगाह है /यह तमिलनाडु में स्थित है .यह पूरी तरह से कंप्यूटररिज्ड बंदरगाह है .
- विशाखा पट्टनम बन्दरगाह - यह आन्ध्र प्रदेश में स्थित भारत का सबसे गहरा बंदरगाह है .इस बंदरगाह से जापान को लोहा निर्यात किया जाता है .
- पाराद्वीप - ओडिशा के कटक में स्थित है .पेट्रोलियम आयात किया जाता है .
- कलकत्ता एवं हल्दिया बंदरगाह - यह पश्चिम बंगाल में स्थित एक नदी बंदरगाह है, जो हुगली नदी के तट पर बनी है .
भारत के पश्चिमी तट पर स्थित बंदरगाह
- कांडला बंदरगाह - यह गुजरात में स्थित एक ज्वारीय प्राकृतिक बंदरगाह है .कराची बंदरगाह की कमी को पूरा करने के लिए इसे विकसित किया गया है .
- मुंबई - यह महाराष्ट्र में स्थित भारत का सबसे बड़ा प्राचीन प्राकृतिक बंदरगाह है .
- जवाहरलाल नेहरु /न्यावाशोवा बंदरगाह - यह महाराष्ट्र में स्थित एक कृत्रिम बंदरगाह है .आधुनिक सुविधाओं से युक्त मुंबई की एक सहायक बंदरगाह है .
- मर्मगोवा - यह गोवा में स्थित बंदरगाह है .
- मंगर्लोर - यह कर्नाटक में है .लोहा कुद्रेमुख के खदान से पाइपलाइन के द्वारा इस बंदरगाह तक लाया जाता है .
- कोच्ची - केरल में स्थित प्राकृतिक बंदरगाह है जहाँ से मसालों का निर्यात किया जाता है .