अरावली पर्वत
- विस्तार - गुजरात से दिल्ली तक
- विश्व का सबसे प्राचीनतम पर्वत
- यह एक अवशिष्ट पर्वत है .
- सबसे ऊँची चोटी - गुरु शिखर
- प्रमुख पर्यटक स्थल - माउंट आबू
विन्ध्याचल पर्वत
- इसे पश्चिमी मप्र में भरनार श्रेणी , पूर्व मप्र व् उप्र में विन्ध्याचल एवं झारखण्ड में कैमूर के नाम से जाना जाता है .
- यह एक भ्रंशोद एवं अवशिष्ट पर्वत है .
- विस्तार - गुजरात से बिहार तक
सतपुड़ा पर्वत
- यह भी एक भ्रन्शोद पर्वत है .
- विस्तार - गुजरात से छग तक
- इसे छग में मैकल श्रेणी के नाम से जाना जाता है .
- सबसे ऊँची चोटी - धूपगढ़
सह्याद्री पर्वत
- विस्तार - महाराष्ट्र से केरल तक
- ऊँची चोटी - कलसुबाई
- प्रमुख पर्यटक स्थल - महाबलेश्वर
नोट -
थाल घाट दर्रा - मुंबई को नासिक से जोडती है , इसे मुंबई का प्रवेश द्वार कहा जाता है .
भोरघाट दर्रा - मुंबई को पुणे से जोडती है , इसे गोवा का प्रवेश द्वार कहा जाता है .
पाल घाट - कोचीन को कोयम्बटूर से जोडती है , इसे कर्णाटक का प्रवेश द्वार कहा जाता है .
सिनकोटा - त्रिवेंद्रम को मदुरई से जोडती है
अन्नामलाई पर्वत
- विस्तार - केरल से तमिलनाडु तक
- सबसे ऊँची चोटी - अन्नामुड़ी
- कारडेमम - सबसे दक्षिण विस्तार
- शोलावान पाए जाते है .
निलगिरी पर्वत
- विस्तार - तमिलनाडु से कर्नाटक तक
- ऊँची चोटी - दादा बेटा
- पूर्वी घाट एवं पश्चिमी घाट को जोड़ता है .
- निलिगिरी में स्थित मेलागिरी चन्दन के लिए प्रसिद्ध है .
- पर्यटक स्थल - ऊँटी (दक्षिण भारत का बॉलीवुड )