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छग के प्रमुख खनिज - लौह अयस्क
- छग के खनिज राजस्व में कोयला के बाद दूसरा स्थान लौह अयस्क(29%) का है .
- छग में लोहा धारवाड़ शैल से प्राप्त किया जाता है .
- छग को लोहा हेमेटाईट प्रकार का है .
- छग में लोहा देश कुल भण्डारण का 21.52% है .
- भण्डारण की दृष्टि से छग का देश में स्थान तीसरा है .
- लोहे के भण्डारण की दृष्टि से देश के शीर्ष 3 राज्य .
- कर्नाटक
- ओडिशा
- छत्तीसगढ़
- वर्ष २०१९-20 में छग ने देश कुल उत्पादन का 14%लोहे का उत्पादन किया .
- उत्पादन की दृष्टि से देश के शीर्ष 3 राज्य -
- ओडिशा
- छत्तीसगढ़
- झारखण्ड
- छग का सर्वाधिक भण्डारण की दृष्टि से शीर्ष 3 जिले -
- दंतेवाड़ा - 13435 लाख टन
- कांकेर - 8674 लाख टन
- कवर्धा - 1971 लाख टन
- सर्वाधिक भण्डारण वाले शीर्ष 3 क्षेत्र -
- बैलाडीला (दंतेवाड़ा)-13435 लाख टन
- रावघाट (कांकेर)-7319 लाख टन
- एकलामा (कवर्धा )-1960 लाख टन
छग के प्रमुख कोयला क्षेत्र -
दंतेवाडा | किरंदुल ,बचेली ,बैलाडीला |
कांकेर | रावघाट ,आरिडोंगरी ,मेताबोडली ,हहलाद्दी |
नारायणपुर | छोटे डोंगर |
बालोद | दल्ली राजहरा ,डोंडी लोहरा |
राजनांद गाँव | बोरिया टीबबू ,मोहला |
कवर्धा | एकलामा,चेलिकलामा,चिल्फिघाटी सीरीज |
अन्य तथ्य -
- छग के बैलाडीला से जापान को लोहा निर्यात किया जाता है .
- छग का प्रथम लोह अयस्क उत्खनन की पहली इकाई किरंदुल (1968),दूसरी - बचेली (1980) एवं बैलाडीला (1988) में प्रारंभ की गई.
- भिलाई स्टील को बालोद के दल्लीराजहरा से लोहे की आपूर्ति की जाती थी अब रावघाट खदान से की जाती है .
- छग में लोहे के उत्खनन राष्ट्रीय खनिज विकास निगम(NMDC) के द्वारा किया जाता है .