**अतिथि व्याख्याता पद हेतु विस्तृत विज्ञापन: संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय, सरगुजा (छ.ग.)**
संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय, सरगुजा, अम्बिकापुर ने अतिथि व्याख्याता पद के लिए विज्ञापन जारी किया है। यह विज्ञापन विश्वविद्यालय के जैव प्रौद्योगिकी, फार्म फॉरेस्ट्री, कम्प्यूटर साइंस, और प्रयोजनमूलक हिन्दी विषयों में शिक्षण के लिए योग्य और इच्छुक उम्मीदवारों से आवेदन आमंत्रित करता है। आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 10 सितंबर 2024 है, और केवल रजिस्टर्ड डाक अथवा व्यक्तिगत रूप से आवेदन स्वीकार किए जाएंगे।
### आवश्यक योग्यता
अतिथि व्याख्याता बनने के लिए उम्मीदवारों को न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार होनी चाहिए। स्नातकोत्तर स्तर पर 55% अंकों की आवश्यकता होगी, हालांकि अनुसूचित जाति, जनजाति, और दिव्यांग उम्मीदवारों को 50% अंक प्राप्त करना अनिवार्य है। अधिकतम आयु सीमा 65 वर्ष रखी गई है। छत्तीसगढ़ के मूल निवासियों को प्राथमिकता दी जाएगी।
### विषयों के पद विवरण
इस विज्ञापन में कुल 7 पद घोषित किए गए हैं, जिनमें जैव प्रौद्योगिकी, फार्म फॉरेस्ट्री, कम्प्यूटर साइंस, और प्रयोजनमूलक हिन्दी शामिल हैं।
- **जैव प्रौद्योगिकी**: 2 पद
- **फार्म फॉरेस्ट्री**: 3 पद
- **कम्प्यूटर साइंस**: 1 पद
- **प्रयोजनमूलक हिन्दी**: 1 पद
### आवेदन प्रक्रिया
उम्मीदवारों को 10वीं, 12वीं, स्नातक, स्नातकोत्तर, सेट/नेट, एम.फिल., पीएचडी, और अनुभव प्रमाण पत्रों की प्रतियां आवेदन के साथ संलग्न करनी होंगी। आवेदन केवल ऑफलाइन माध्यम से, रजिस्टर्ड डाक या व्यक्तिगत रूप से ही स्वीकार किए जाएंगे। ई-मेल द्वारा भेजे गए आवेदन मान्य नहीं होंगे।
### मेरिट सूची
आवेदनों की प्राथमिकता के आधार पर पदवार मेरिट सूची तैयार की जाएगी। अंतरिम सूची का प्रकाशन 16 सितंबर 2024 को होगा, और दावे-आपत्तियों की तिथि 18 सितंबर 2024 रखी गई है। अंतिम सूची 20 सितंबर 2024 को प्रकाशित की जाएगी।
### मानदेय
अतिथि व्याख्याताओं को उनके कार्य के आधार पर मानदेय दिया जाएगा। एक 40-45 मिनट के व्याख्यान के लिए 300-400 रुपये और चार कालखंडों के लिए प्रतिदिन 1200-1600 रुपये तक दिए जाएंगे। 60 मिनट के व्याख्यान के लिए 500 रुपये तक और चार कालखंडों के लिए प्रतिदिन 1400-2000 रुपये तक का मानदेय होगा।
### सेवा शर्तें
अतिथि व्याख्याताओं की सेवाएं स्थायी नहीं होंगी और इन्हें भविष्य में नियमित नहीं किया जाएगा। साथ ही, यदि कोई अतिथि व्याख्याता 15 दिनों तक अनुपस्थित रहता है, तो उसकी सेवा स्वतः समाप्त हो जाएगी। कार्य अवधि में अनुशासन और अन्य जिम्मेदारियों को निभाना अनिवार्य होगा।
यह विज्ञापन छत्तीसगढ़ के उच्च शिक्षा संस्थानों में शिक्षण के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए एक सुनहरा अवसर प्रदान करता है।