सामान्य ज्ञान - भारत का प्राचीन कालीन इतिहास - प्रागैतिहासिक काल का इतिहास - पार्ट - 2

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 मध्य पाषाणकाल (10000-6000 ई. पू.) - 

मध्य पाषाण कल संक्रमण का काल था जिसमे पुरानी जलवायु की समाप्ति हुई एवं नई जलवायु का प्रारंभ हुआ जिसकी वजह से मानव के औजार , शिकार के तरीके तथा अन्य गतिविधियों में कई परिवर्तन देखने को मिला .



इस काल की प्रमुख विशेषताएं निम्न है - 

  • औजार - इस काल में दूर से फेंक कर मारने वाले तकनीक का विकास हुआ जैसे तीर , धनुष एवं भाले . पत्थर के छोटे छोटे औजारों का निर्माण किया गया जो त्रिकोण , अर्धचन्द्राकार एवं समलम्ब आकृति के थे 
  • शिकार एवं भोजन - मानव मुख्यतः शिकारी एवं संग्रहकर्ता ही था किन्तु शिकार करने के तरीकों में बदलाव हुआ . अब बड़े जानवरों के अलावा छोटे जानवर मछली व् पक्षियों का शिकार करने लगा .
  • कृषि एवं पशुपालन का प्रारंभ इसी काल से हुआ . सर्वप्रथम कुत्ते को पालतू पशु बनाया गया .
प्रमुख स्थल - 
  • नागौर (राजस्थान ) एवं आदमगढ़ (मध्यप्रदेश ) से पशुपालन के साक्ष्य .
  • मध्य गंगा घाटी (बेलन घाटी ) के सरायनाहरराय , चोपनीमांडो , मह्दरा से अस्थायी आवास , पशुपालन व् शव दफ़नाने का साक्ष्य मिले है .


नवपाषाण काल (6000-1000 ई. पू.)

  • आग की खोज और कुत्ते को पालतू बनाना इस काल की विशेषताएं हैं।
  • पॉलिश किए हुए पत्थर के औजारों का प्रयोग होता था।
  • इस काल में कृषि का आरंभ हुआ, और गर्त आवास (जैसे बुर्जहोम से प्राप्त) विकसित हुए।
  • अस्थि के औजार, पोत निर्माण, स्थायी जीवन और समाज का निर्माण इस काल में हुआ।
  • मानव शवों के साथ कुत्ते को दफनाने की प्रथा भी देखी गई।


मध्य पाषाण काल (10000-6000 ई. पू.) और नवपाषाण काल (6000-1000 ई. पू.) से संबंधित MCQs:

MCQs for Middle Stone Age (10000-6000 BCE)


1. मध्य पाषाण काल के औजारों की कौन सी विशेषता सही है?

a) तीर और धनुष का विकास

b) केवल बड़े पत्थर के औजारों का प्रयोग

c) कोई भी हथियार नहीं था

d) धातु के औजारों का प्रयोग

उत्तर: a) तीर और धनुष का विकास

व्याख्या: मध्य पाषाण काल में तीर, धनुष और भाले जैसे दूर से फेंकने वाले औजारों का विकास हुआ, जो त्रिकोण, अर्धचन्द्राकार और समलम्ब आकार के छोटे पत्थर के होते थे।

2. निम्नलिखित में से किस स्थल से पशुपालन के प्रमाण मिले हैं?

a) आदमगढ़

b) मह्दरा

c) बुर्जहोम

d) लुथल

उत्तर: a) आदमगढ़

व्याख्या: मध्य पाषाण काल में नागौर (राजस्थान) और आदमगढ़ (मध्यप्रदेश) से पशुपालन के प्रमाण मिले हैं।

3. मध्य पाषाण काल में किसे पहला पालतू पशु माना जाता है?

a) बकरी

b) कुत्ता

c) घोड़ा

d) गाय

उत्तर: b) कुत्ता

व्याख्या: मध्य पाषाण काल में कुत्ता पहला पालतू पशु माना जाता है।

4. मध्य गंगा घाटी के किन स्थलों से अस्थायी आवास और शव दफनाने के प्रमाण मिले हैं?

a) मह्दरा और चोपनीमांडो

b) लुथल और हड़प्पा

c) कालीबंगन और मोहनजोदड़ो

d) पयोन और लोथल

उत्तर: a) मह्दरा और चोपनीमांडो

व्याख्या: मध्य गंगा घाटी के सरायनाहरराय, चोपनीमांडो, और मह्दरा से अस्थायी आवास, पशुपालन और शव दफनाने के प्रमाण मिले हैं।


MCQs for Neolithic Age (6000-1000 BCE)


1. नवपाषाण काल में प्रमुख आविष्कार कौन सा था?

a) पहिए का आविष्कार

b) आग की खोज

c) शिल्पकला का विकास

d) धातु का उपयोग

उत्तर: b) आग की खोज

व्याख्या: नवपाषाण काल में आग की खोज हुई और कुत्ते को पालतू बनाया गया।

2. नवपाषाण काल में किस प्रकार के आवास विकसित हुए?

a) अस्थायी तंबू

b) गर्त आवास

c) गुफाओं में रहना

d) पेड़ों पर झोपड़ियां बनाना

उत्तर: b) गर्त आवास

व्याख्या: नवपाषाण काल में गर्त आवास विकसित हुए, जैसे कि बुर्जहोम से प्राप्त हुए हैं।

3. नवपाषाण काल में पॉलिश किए हुए किस प्रकार के औजारों का प्रयोग किया जाता था?

a) पत्थर के

b) धातु के

c) लकड़ी के

d) अस्थि के

उत्तर: a) पत्थर के

व्याख्या: नवपाषाण काल में पॉलिश किए हुए पत्थर के औजारों का प्रयोग होता था, जो कृषि कार्यों में मददगार थे।

4. नवपाषाण काल में मानव शवों के साथ किस जानवर को दफनाने की प्रथा थी?

a) गाय

b) भेड़

c) कुत्ता

d) बकरी

उत्तर: c) कुत्ता

व्याख्या: नवपाषाण काल में मानव शवों के साथ कुत्ते को दफनाने की प्रथा देखी गई।





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